यह जग तो है अति विचित्र ही, हर पल रहें सजग सावधान। यह जग तो है अति विचित्र ही, हर पल रहें सजग सावधान।
जिंदगी दाँव पर तो लगी ही हुई, मान लो वह अगर रोज लिखता रहे..! जिंदगी दाँव पर तो लगी ही हुई, मान लो वह अगर रोज लिखता रहे..!
अति तो अच्छे की भी बुरी है, दारू भी कहाँ अब खरी है... अति तो अच्छे की भी बुरी है, दारू भी कहाँ अब खरी है...
देगे पुष्पांजलि करेंगे भक्ति, प्रेम भाव से उन्हें करेंगे भक्ति। देगे पुष्पांजलि करेंगे भक्ति, प्रेम भाव से उन्हें करेंगे भक्ति।
सब काट रहे गला, भरोसे की धार से, मत पहन तू, अति विश्वास के हार को सब काट रहे गला, भरोसे की धार से, मत पहन तू, अति विश्वास के हार को
जाने क्यों तेरी मति भ्रष्ट हुई,चल दिया सीता हरण करने को! जाने क्यों तेरी मति भ्रष्ट हुई,चल दिया सीता हरण करने को!